hanuman chalisa for Dummies
अस कहि श्रीपति कण्ठ लगावैं ॥१३॥ सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा ।व्याख्या – श्री हनुमान जी परब्रह्म राम की क्रिया शक्ति हैं। अतः उसी शक्ति के द्वारा उन्होंने भयंकर रूप धारण करके असुरों का संहार किया। भगवान् श्री राम के कार्य में लेश मात्र भी अपूर्णता श्री हनुमान जी के लिये सहनीय नहीं थी तभी तो ‘राम काजु कीन्हें बिनु मोहि कहाँ बिश्राम‘ का भाव अपने हृदय में सतत सँजोये हुए वे प्रभु श्री राम के कार्य सँवारने में सदा क्रिया शील रहते थे।
Protector and saviour of devotees of Shri Ram and himself: The doorkeeper and protector from the door to Rama's courtroom, and protector and saviour of devotees.
भावार्थ – हे महाप्रभु हनुमान जी! संसार के जितने भी कठिन कार्य हैं वे सब आपकी कृपामात्र से सरल हो जाते हैं।
TumhareTumhareYour bhajanaBhajanaDevotion / chanting rāma RāmaLord Rama koKoTo pāvaiPāvaiTakes to / provides / attained
व्याख्या – श्री हनुमान जी महाराज को समस्त सिद्धियाँ प्राप्त हैं तथा उनके हृदय में प्रभु विराजमान हैं, इसलिये समस्त शक्तियाँ भी आपके साथ रहेंगी ही। इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है।
BalaBalaStrength / ability buddhiBuddhiIntelligence / knowledge bidyaBidyaKnowledge dehuDehuGive / deliver harahuHarahuClear / remove kalesaKalesaSuffering bikaraBikaraImperfections / impurity Indicating: Being aware of this human body for being devoid of intelligence/wisdom, I recall the son of wind God, Lord Hanuman; Grant me strength, intelligence and expertise and remove my bodily sufferings and psychological imperfections.
manaManaMind / considered kramaKramaActions / deed vachanaVachanaWords dhyānaDhyānaMeditate / contemplate jo lāvaiJo lāvaiWho retains / applies That means: Lord Hanuman releases from afflictions, sufferings and troubles for many who try to remember/meditate him in feelings, phrases and deeds.
भावार्थ – हजार मुख वाले श्री शेष जी सदा तुम्हारे यश का गान करते रहेंगे ऐसा कहकर लक्ष्मी पति विष्णु स्वरूप भगवान् श्री राम ने आपको अपने हृदयसे लगा लिया।
asuraAsuraDemons nikandanaNikandanaSlayer / destroy rāma RāmaLord Rama dulāreDulāreDear / Beloved Indicating: You are the guardian of saints and sages, the destroyer of demons, the darling of Ram.
One particular who involves You with any longing or even a sincere desire obtains the abundance from the manifested fruit, which remains undying throughout life.
भावार्थ – आपने अत्यन्त विशाल और भयानक रूप धारण करके राक्षसों का संहार किया और विविध प्रकार से भगवान् श्री रामचन्द्रजीं के कार्यों को पूरा किया।
यहाँ हनुमान जी के स्वरूप की तुलना सागर से की गयी। सागर की दो विशेषताएँ हैं – एक तो check here सागर से भण्डार का तात्पर्य है और दूसरा सभी वस्तुओं की उसमें परिसमाप्ति होती है। श्री हनुमन्तलाल जी भी ज्ञान के भण्डार हैं और इनमें समस्त गुण समाहित हैं। किसी विशिष्ट व्यक्ति का ही जय–जयकार किया जाता है। श्री हनुमान जी ज्ञानियों में अग्रगण्य, सकल गुणों के निधान तथा तीनों लोकों को प्रकाशित करने वाले हैं, अतः यहाँ उनका जय–जयकार किया गया है।
baranaubaranaunarrate/describe raghubararaghubaraLord Rama bimalabimalaclean/pure jasujasuglorify jojothat/which daayakudaayakugives phalaphalafruit chaarichaarifour